मोक्षदा एकादशी 2025 : मोक्ष प्राप्ति की एकादशी | Mokshada Ekadashi: Path to Liberation

मोक्षदा एकादशी 2025 : मोक्ष प्राप्ति की एकादशी | Mokshada Ekadashi: Path to Liberation

👤Bhakti.dev Team📂Festivals⏱️3 min read
Festivals icon

मोक्षदा एकादशी मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी को मनाई जाती है। इसे गीता जयंती के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इसी दिन भगवान कृष्ण ने अर्जुन को भगवद्गीता का उपदेश दिया था।

परिचय (Introduction)

हिंदी:
मोक्षदा एकादशी, मार्गशीर्ष मास की शुक्ल एकादशी को मनाई जाती है। यह वर्ष की सबसे महत्वपूर्ण एकादशी है क्योंकि यह मोक्ष प्रदान करती है। इसी दिन महाभारत के युद्ध के समय भगवान कृष्ण ने अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया था, इसलिए इसे गीता जयंती भी कहते हैं।

English:
Mokshada Ekadashi falls on the Shukla Ekadashi of Margashirsha month. It is the most important Ekadashi of the year as it grants liberation (Moksha). On this day, Lord Krishna gave the Bhagavad Gita to Arjuna during the Mahabharata war, hence it's also called Gita Jayanti.


शास्त्र वचन (Scriptural Verse)

देवनागरी:
मार्गशीर्षे शुक्लपक्षे यो व्रतं चरते नरः। मोक्षदां तां निशां विद्धि सर्वपापप्रमोचिनीम्॥

Transliteration:
Mārgaśīrṣe Śukla-pakṣe Yo Vrataṁ Carate Naraḥ | Mokṣadāṁ Tāṁ Niśāṁ Viddhi Sarva-pāpa-pramocinīm

भावार्थ (Meaning):
मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की एकादशी का व्रत करने वाला व्यक्ति सभी पापों से मुक्त होकर मोक्ष को प्राप्त करता है।


महत्व (Significance)

हिंदी:

  • मोक्ष प्राप्ति का मार्ग
  • भगवद्गीता जयंती (गीता पाठ विशेष)
  • भगवान विष्णु की विशेष पूजा
  • पितरों की मुक्ति के लिए व्रत
  • व्रत से सभी पापों का नाश

English:

  • Path to liberation (Moksha)
  • Bhagavad Gita Jayanti (special Gita recitation)
  • Special worship of Lord Vishnu
  • Fast for ancestors' salvation
  • Destruction of all sins through fasting

व्रत विधि (Fasting Ritual)

हिंदी:

  • दशमी की संध्या से व्रत का संकल्प
  • एकादशी के दिन पूर्ण उपवास या फलाहार
  • भगवान विष्णु की पूजा और भगवद्गीता का पाठ
  • रात्रि जागरण (वैकल्पिक)
  • द्वादशी को पारण (व्रत खोलना)

English:

  • Take vow on Dashami evening
  • Complete fast or fruit diet on Ekadashi
  • Worship Lord Vishnu and recite Bhagavad Gita
  • Night vigil (optional)
  • Break fast on Dwadashi

मोक्षदा एकादशी मंत्र (Mokshada Ekadashi Mantra)

"ॐ नमो भगवते वासुदेवाय। ॐ नमो नारायणाय।"
गीता श्लोक: कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।
(तुम्हारा अधिकार केवल कर्म पर है, फल पर नहीं।)


रोचक तथ्य (Curiosities)

  • भगवद्गीता के 700 श्लोक इसी दिन कहे गए थे।
  • यह एकादशी सभी एकादशियों में सबसे फलदायी मानी जाती है।
  • इस व्रत से पितरों को भी मोक्ष की प्राप्ति होती है।
  • कुरुक्षेत्र में इस दिन विशाल मेला लगता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

हिंदी:
मोक्षदा एकादशी आध्यात्मिक उन्नति और मुक्ति का मार्ग है। भगवद्गीता का पाठ और व्रत इस दिन विशेष फलदायी होता है।

English:
Mokshada Ekadashi is the path to spiritual elevation and liberation. Reciting Bhagavad Gita and observing fast on this day brings special benefits.

🔗

Related Articles

Continue your spiritual journey with these related posts

कार्तिक पूर्णिमा 2025 : देव दीपावली और गंगा स्नान | Kartika Purnima: Dev Deepawali
👤Bhakti.dev Team📂Festivals⏱️2 min read

कार्तिक पूर्णिमा 2025 : देव दीपावली और गंगा स्नान | Kartika Purnima: Dev Deepawali

कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन गंगा स्नान, दीप दान और विष्णु पूजा का विशेष महत्व है। वाराणसी में लाखों दीपक जलाए जाते हैं।

Read more
Festivals icon
पितृपक्ष : श्राद्ध का महत्व
👤Bhakti.dev Team📂Festivals⏱️2 min read

पितृपक्ष : श्राद्ध का महत्व

पितृपक्ष (श्राद्ध पक्ष) 16 दिनों का पवित्र काल है जब हम अपने पूर्वजों का तर्पण और श्राद्ध कर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। जानिए इसका महत्व, श्लोक, मंत्र और रोचक त...

Read more
Festivals icon
नवरात्रि 2025 : नौ दिनों का दिव्य उत्सव
👤Bhakti.dev Team📂Festivals⏱️2 min read

नवरात्रि 2025 : नौ दिनों का दिव्य उत्सव

नवरात्रि 2025 में नौ दिनों तक देवी दुर्गा की उपासना की जाती है। जानिए प्रत्येक दिन का महत्व, मंत्र, श्लोक और उत्सव से जुड़े रोचक तथ्य।

Read more
Festivals icon