परिचय (Introduction)
हिंदी:
कार्तिक पूर्णिमा, कार्तिक मास की पूर्णिमा को मनाई जाती है। इसे देव दीपावली भी कहते हैं क्योंकि इस दिन देवता पृथ्वी पर आकर दीपावली मनाते हैं। गंगा स्नान, दीप दान और तुलसी विवाह इस दिन के प्रमुख अनुष्ठान हैं।
English:
Kartika Purnima falls on the full moon day of Kartik month. It is also called Dev Deepawali because on this day, gods descend to earth to celebrate Diwali. Ganga bath, lamp donation, and Tulsi marriage are key rituals.
शास्त्र वचन (Scriptural Verse)
देवनागरी:
कार्तिके पौर्णमास्यां तु स्नानं कृत्वा तु यो नरः। सर्वपापैः प्रमुच्यते विष्णुलोकं स गच्छति॥
Transliteration:
Kārtike Paurṇamāsyāṁ Tu Snānaṁ Kṛtvā Tu Yo Naraḥ | Sarva-pāpaiḥ Pramucyate Viṣṇu-lokaṁ Sa Gacchati
भावार्थ (Meaning):
कार्तिक पूर्णिमा को जो व्यक्ति पवित्र स्नान करता है, वह सभी पापों से मुक्त होकर विष्णुलोक को प्राप्त करता है।
महत्व (Significance)
हिंदी:
- गंगा या किसी पवित्र नदी में स्नान (सर्वोत्तम पुण्य)
- दीपदान (घाटों पर लाखों दीपक)
- भगवान विष्णु और शिव की पूजा
- तुलसी विवाह का समापन दिवस
- देव दीपावली उत्सव (विशेषकर वाराणसी में)
English:
- Holy bath in Ganga or sacred river (supreme merit)
- Lamp donation (millions of lamps on ghats)
- Worship of Lord Vishnu and Shiva
- Conclusion day of Tulsi marriage
- Dev Deepawali celebration (especially in Varanasi)
कार्तिक पूर्णिमा मंत्र (Kartika Purnima Mantra)
"ॐ नमो भगवते वासुदेवाय। ॐ नमः शिवाय।"
"गंगे च यमुने चैव गोदावरि सरस्वति। नर्मदे सिन्धु कावेरि जलेऽस्मिन् सन्निधिं कुरु।"
स्नान के समय इन मंत्रों का उच्चारण करें।
रोचक तथ्य (Curiosities)
- वाराणसी में इस दिन 21 लाख से अधिक दीप जलाए जाते हैं।
- कार्तिक मास का समापन और मार्गशीर्ष का आरंभ।
- इस दिन जन्म लेने वाले महान व्यक्तित्व: गुरु नानक देव जी।
- पुष्कर (राजस्थान) में विशाल मेला और पवित्र स्नान।
निष्कर्ष (Conclusion)
हिंदी:
कार्तिक पूर्णिमा अत्यंत पावन तिथि है। यह प्रकाश, पवित्रता और आध्यात्मिकता का महापर्व है जो देवताओं और मनुष्यों को एक साथ लाता है।
English:
Kartika Purnima is an extremely sacred day. It is a grand festival of light, purity, and spirituality that brings gods and humans together.