
काली चौदस 2025 : नकारात्मकता का अंत | Kali Chaudas: Vanquishing Negativity
काली चौदस या नरक चतुर्दशी दिवाली से एक दिन पूर्व मनाई जाती है। इस दिन भगवान कृष्ण ने नरकासुर का वध किया था और माँ काली की पूजा की जाती है।
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दिवाली या दीपावली हिंदू धर्म का सबसे बड़ा और प्रकाशमय पर्व है। इस दिन माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और मंत्र।
हिंदी:
दिवाली, कार्तिक अमावस्या को मनाई जाती है। यह रोशनी, खुशी और समृद्धि का त्योहार है। इस दिन भगवान राम 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे। माँ लक्ष्मी का आगमन और पूजन इस दिन का मुख्य आकर्षण है।
English:
Diwali falls on Kartik Amavasya (new moon). It is the festival of lights, joy, and prosperity. Lord Ram returned to Ayodhya after 14 years of exile on this day. Lakshmi Puja is the main highlight.
देवनागरी:
तमसो मा ज्योतिर्गमय। असतो मा सद्गमय। मृत्योर्मा अमृतं गमय।
Transliteration:
Tamaso Mā Jyotir Gamaya | Asato Mā Sad Gamaya | Mṛtyor Mā Amṛtaṁ Gamaya
भावार्थ (Meaning):
अंधकार से प्रकाश की ओर, असत्य से सत्य की ओर, मृत्यु से अमरता की ओर ले जाओ। यही दीपावली का संदेश है।
हिंदी:
English:
"ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद। श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्म्यै नमः।"
इस मंत्र का 108 बार जाप करने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
"ॐ गं गणपतये नमः।"
भगवान गणेश को प्रथम पूजा जाता है।
हिंदी:
दीपावली अंधकार पर प्रकाश की, बुराई पर अच्छाई की और अज्ञान पर ज्ञान की विजय का पर्व है। माँ लक्ष्मी की कृपा से जीवन में खुशहाली और समृद्धि आती है।
English:
Diwali is the victory of light over darkness, good over evil, and knowledge over ignorance. With Maa Lakshmi's blessings, life is filled with happiness and prosperity.
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