
धनतेरस 2025 : धन और समृद्धि का पर्व | Dhanteras: Festival of Wealth and Prosperity
धनतेरस दिवाली पंचदिवसीय उत्सव का पहला दिन है। इस दिन माँ लक्ष्मी और धन्वंतरि देव की पूजा की जाती है। नई खरीदारी और सोने-चाँदी की खरीद शुभ मानी जाती है।
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दीपावली केवल एक दिन का त्योहार नहीं, बल्कि पाँच दिनों का महापर्व है। धनतेरस से भाई दूज तक हर दिन का अपना महत्व और परंपरा है। जानिए पंचदिवसीय दिवाली का पूरा विवरण।
हिंदी:
दीपावली पंचदिवसीय (5 दिन) महोत्सव है जो धनतेरस से शुरू होकर भाई दूज पर समाप्त होता है। प्रत्येक दिन की अपनी विशेष पूजा, परंपरा और महत्व है। यह हिंदू धर्म का सबसे बड़ा और प्रकाशमय पर्व है।
English:
Diwali is a five-day grand festival starting from Dhanteras and ending on Bhaiya Dooj. Each day has its own special worship, traditions, and significance. It is the biggest and brightest festival of Hindu culture.
देवनागरी:
दीपावल्यां महालक्ष्मीः पूज्यते सर्वदा नरैः। धनधान्यसमृद्ध्यर्थं सुखशान्तिप्रदाय च॥
Transliteration:
Dīpāvalyāṁ Mahālakṣmīḥ Pūjyate Sarvadā Naraiḥ | Dhana-dhānya-samṛddhyarthaṁ Sukha-śānti-pradāya Ca
भावार्थ (Meaning):
दीपावली पर माँ महालक्ष्मी की पूजा धन, धान्य, समृद्धि, सुख और शांति के लिए की जाती है।
कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी
कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी
कार्तिक अमावस्या ⭐ मुख्य दिन
कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा
कार्तिक शुक्ल द्वितीया
"ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः।"
"ॐ गं गणपतये नमः।"
"तमसो मा ज्योतिर्गमय।" (अंधकार से प्रकाश की ओर ले चलो)
हिंदी:
English:
हिंदी:
दीपावली पंचदिवसीय उत्सव जीवन में प्रकाश, समृद्धि और खुशियाँ लाता है। यह केवल त्योहार नहीं, बल्कि आध्यात्मिक और सामाजिक पुनर्जागरण का पर्व है।
English:
The five-day Diwali festival brings light, prosperity, and happiness to life. It is not just a festival but a celebration of spiritual and social renewal.
🪔 Wishing you a blessed Diwali filled with light, love, and prosperity!
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